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योगशास्त्र एवं आध्यात्म – १८. बच्चे खूब क्यों सोते है और वृद्ध व्यक्ति को नींद जल्दी क्यों नहीं आती है ?

Dharm & religion; Vigyan & Adhyatm; Astrology; Social research
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अब मै आपको बताना चाहता हूँ कि बच्चे खूब क्यों सोते है और वृद्ध व्यक्ति को नींद जल्दी क्यों नहीं आती है ?
माँ के पेट में बच्चा २४ घंटे सोता है | २४ घंटे सोना बच्चे की आश्यकता है क्योंकि शरीर का निर्माण हो रहा है | नींद से उस काम में सहयोग मिलता है | नींद टूटने पर बाधा होती है | यदि गर्भ में बच्चे की नींद टूट जाये तो वह गर्भ नहीं रह सकता, तुरंत गर्भपात हो जायेगा | गर्भपात का प्रायः यही कारण होता है | युवा व्यक्ति के लिए ८ घंटे की नींद काफी है | उतनी देर में शरीर अपना पुनर्निर्माण कर लेता है | मरे हुए सेल फिर बन जाते है | प्रातः व्यक्ति फिर ताजा हो जाता है | लेकिन वृद्ध व्यक्ति ३ घंटे यदि सो ले तो उसके लिए काफी है, पर्याप्त है | क्योंकि अब विदाई का क्षण है | मरे सेल को बनने की आवश्यकता नहीं है |
वो लटक जायेगा, झूल जायेगा | अब सेल बनने का नहीं, टूटने का समय आ गया | सब कुछ छूटने का समय आ गया | अब बनने के लिए कुछ भी नहीं बचा | फिर नींद कैसे आ सकती है ! नींद तो बनाने के लिए आती है और यही कारण है कि मरने के २४ घंटे पहले नींद विल्कुल समाप्त हो जाती है |

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