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नेताजी – जिन्दा या मुर्दा १७. प्रश्न ६. अगर १९४६ में नेताजी रूस में थे तो १९४५ में कौन नेताजी मरे थे ?

Dharm & religion; Vigyan & Adhyatm; Astrology; Social research
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मार्च १९४६ में तेहरान स्थित रूस के उपवाणिज्य दूत श्री मोराडाफ ने कहा था – बोस रूस में हैं, जहाँ वे गुप्त रूप से आजाद हिंद फौज की लाइन पर रूसियो के एक ग्रुप को संगठित कर रहे है | (सुरेश चन्द्र बोस, डीसेन्शिएट रिपोर्ट, कलकत्ता, १९६१, पृष्ठ १६६)

शाहनवाज जाँच समिति के समक्ष ब्रिटिश सरकार की एक गुप्त रिपोर्ट (No. 10/Misc/INA) – नेताजी जापान के पराजय के बाद रूस पहुँच गए थे | (सुरेश चन्द्र बोस, डीसेन्शिएट रिपोर्ट, कलकत्ता, १९६१, पृष्ठ १६५ ) और उसी पृष्ठ पर लिखा है कि बोस ने नेहरु को पत्र लिखा था कि वे रूस में है और भारत आना चाहते हैं |

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अगर १९४६ में नेताजी रूस में थे तो १९४५ में कौन नेताजी मरे थे ?
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क्या उनके हमशक्ल ! विल्कुल नहीं, क्योकि मरना एक उठा हुआ शुफगा था | कोई सुनियोजित योजना थी झूठी मौत की |

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